अन्तर्युद्ध अब भी है तब भी होगा साहेबान पर बन तो जायेगा फिर से ये अटूट हिन्दूस्तान अन्तर्युद्ध अब भी है तब भी होगा साहेबान पर बन तो जायेगा फिर से ये अटूट हिन्दूस्...
सिर्फ घुटनों पर बैठ कर प्यार का इजहार करना ही नहीं, बूढ़े और कमजोर हो चुके दर्द वाले सिर्फ घुटनों पर बैठ कर प्यार का इजहार करना ही नहीं, बूढ़े और कमजोर हो चुके द...
कुछ गद्दारों की फ़ौज खड़ी कर हमें हैं वो ललकार रहे, पर हम भी तो बुजदिल ही निकले जो महज कुछ गद्दारों की फ़ौज खड़ी कर हमें हैं वो ललकार रहे, पर हम भी तो बुजदिल ही नि...
तेरे इस पार मैं दोस्त बनकर बैठी थी, तेरे उस पार कोई और तेरा प्यार बनकर बैठा था । तेरे इस पार मैं दोस्त बनकर बैठी थी, तेरे उस पार कोई और तेरा प्यार बनकर बैठा थ...
थके-थके से शब्द हैं तो भी थके-थके से शब्द हैं तो भी
थके-थके से शब्द हैं तो भी छुक-छुक रेलगाड़ी-सी चल रही है.............. थके-थके से शब्द हैं तो भी छुक-छुक रेलगाड़ी-सी चल रही है..............